राजस्थान में आमजन में शांतिपूर्ण एव भयमुक्त वातावरण बनाने के लिए रेंज, जिला व थाना स्तर पर सर्वाधिक सक्रिय वांछित अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही जारी है। डीजीपी कपिल गर्ग के निर्देश पर चलाए जा रहे इस अभियान के अंतर्गत पहले दो महिनों में 9 राज्य स्तरीय, 34 रेंज स्तरीय, 149 जिला स्तरीय एवं 800 से अधिक थाना स्तरीय अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।डीजीपी कपिल गर्ग ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिला पुलिस अधीक्षकों व पुलिस उपायुक्तों की हौंसला अफजाई की तथा शेष बचे अपराधियों को गिरफ्तार करने के साथ ही नये अपराधी चिन्हित कर उनके विरुद्ध इसी प्रकार अभियान निरन्तर जारी रखने के निर्देश दिए गये है। इसकी मॉनिटरिंग एडीजी क्राइम बीएल सोनी कर रहे है।एडीजी बीएल सोनी ने बताया कि राज्य के समस्त पुलिस थानों, व्रत, जिला तथा रेंज आयुक्तालय व राज्य में प्रत्येक स्तर पर सर्वाधिक सक्रिय 10 अपराधियों, असामाजिक तत्वों को सूचीबद्ध कर सक्रिय एवं वांछित अपराधियों की गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण की कार्यवाही की जा रही है।टॉप 10 योजना के तहत चिन्हित अपराधियों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी, उचित प्रकरण में ईनाम राशि के आदेश, विशेष दलों का गठन अपराधियों के विरुद्ध निरोधात्मक धाराओं में कार्यवाही, दर्ज प्रकरणों को केस ऑफिसर स्कीम में लेना तथा अपराधियों को अधिक से अधिक सजा दिलवाने की योजना बनाने के निर्देश दिये गये है।एडीजी सोनी के मुताबिक राज्य में केवल 2 माह में 31 मार्च तक राजस्थान पुलिस द्वारा टाॅप टेन में शामिल 800 से अधिक स्थानों थाना स्तरीय अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। राज्य के 42 पुलिस जिलों में चिन्हित जिला स्तरीय टॉप टेन अपराधियों में से इस अवधि में 149 अपराधी गिरफ्तार किए जा चुके है। इनमें 37 मारपीट के अपराधी, 49 चोरी-लूट-डकैती के तथा 50 गंभीर मारपीट, हत्या, हत्या का प्रयास, अग्नियास्त्रों का प्रयोग व अन्य जघन्य अपराधों में लिप्त है।
Source: Dainik Bhaskar April 09, 2019 15:11 UTC